20+ अनजान अजनबी पर शायरी स्टेटस
Mukul Saini अप्रैल 06, 2021
Anjaan Ajnabi Shayari :- इस अजनबी जीवन के अजनबी शहर में अजनबी लोगों का तो यूँही आना जाना लगा रहता है। इसलिए जीवन के इसी अनजान अजनबी माहौल को देखते हुए हमने आपके लिए कुछ बेहतरीन और बढ़िया Ajnabi Shayari लिखीं है जो आप सभी पसंद आयेंगी।
अजनबी है वो जिन्हे हम अपना मानते
राज जो दिल में छुपा है उनके
ये तो बस खुदा जानते है।
तेरा चेहरा से पता चल रहा है
की तुझे किस चीज की उदासी है
लगता है तेरी भी अजनबी राहें अब बस
मोहोब्बत की प्यासी है।
चला दिल पे खंजर और वो दिल के पार हो गया
एक अजनबी मुलाकात हुई थी उनसे हमारी
मगर ना जाने क्यों उनसे प्यार हो गया।
यूँ मोहोब्बत की गवाही देकर हमे अजनबी ना बनाओ
प्यार है गर तुम्हे हमसे तो मेरे दिल से ये दूरियां मिटा कर
मेरे दिल के और करीब आ जाओ।
वफ़ा की कसमें देने वाले ने
मेरे दिल को इस कदर तोडा है
जहर घोल कर मेरी जिन्दगी में उसने
मुझे खुद से अजनबी बनाकर छोड़ा है।
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अजनबी कस्ती के अजनबी किनारे
जी लेता हूँ आज कल में बस उनकी याद के सहारे।
ख़ुद को कितना भुला दिया मैं ने
तू भी अब अजनबी सा लगता है – अब्दुर्रहमान मोमिन
सीने में दबा दर्द में सब को दिखाऊंगा
अजनबी समझती है अब वो हमे
ये गम भरा किस्सा में अब सब को बताऊंगा।
गैरों को ही क्या तुम तो
अपनों को भी अजनबी मानते हो
मतलब के लिए पास आते हो हमारे
वरना तुम कहाँ हमें पहचानते हो।
तमन्ना मेरी अब उम्मीद लगाये बैठी है
किसी अजनबी से चेहरे को वो अपना बनाये बैठी है।
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तेरे दिल में उठा रहा वो प्यार का छोटा सा सैलाब हूँ में
तेरी इन अजनबी सी आँखों का एक अजनबी सा ख्वाब हूँ में
Anjaan Ajnabi Status for dost
अब डर लगने लगा है उनके प्यार से
शायद हम अजनबी ही अच्छे थे
किसी अपने को अजनबी बनते देखा है मेने
तभी इस गम भरी जिन्दगी को नशे में डुबाये फिरता हूँ।
बदला न अपने-आप को जो थे वही रहे
मिलते रहे सभी से मगर अजनबी रहे – निदा फ़ाज़ली
बस तमाम उम्र किसी अजनबी के साथ बितानी है
हर शादी करने वाले की बस इतनी सी कहानी है
जीने का तो पता नहीं मगर
ये जान जरूर ले रही है
अजनबी ये दुनिया बड़े ज़ख्म दे रही है।
बर्ताव तुम्हारा अजनबियों जैसे हो रहा है आजकल
लगता है अब किसी और अजनबी को शायद अपना बना लिया है।
अजनबी राहों से पता चला मंजिलों का नाराज होना
वरना कहाँ जानते थे वो किसी की नाराजगी।
वक्त मुशाफिर है चलता ही रहता है
तेरी तरहा किन्ही अजनबी राहों में गुम नहीं हो जाता।
जब भी मिलती है अजनबी सी लगती है
ना जाने क्यूँ हर रोज़ ये जिन्दगी इतने रंग बदलती है – शहरयार
हर दोस्ती पर अब मुझे शक है
पर क्या करें साला
ये ही तो सबके लिए सबक है।
Last line for Ajnabi Shayari
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