25+ कोई फर्क नहीं पड़ता शायरी [2020]
Mukul Saini अक्तूबर 29, 2020
koi fark nahi padta [मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता] status and shayari
koi fark nahi padta : अब अगर जान लिया तो आगे किसी और के धोखे से बच सकोगे। हर बार उसी के आगे मुझे जलील क्यों होना पड़ता है पर अब बस मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। तो दोस्तों अगर आप भी ऐसी दौर से गुजरे हो या गुजरने वाले हो तो आज आपके इसी intent को देखते हुए में कुछ बेहतरीन कोट्स , शायरी लेकर आया हूँ।
अगर आप इन quotes और shayari को पढ़ने के इच्छुक है तो एक बार जरूर मेरे दुवारा बातये गए इन “fark nahi padta”quotes को जरूर पढ़िये।
नोट – उन्हें ना फर्क पड़े पर आप जरूर पढ़े > आज का ये सुविचार
मुझे फर्क नहीं पड़ता शायरी [mujhe koi fark nahi padta status]
दिल से निकाल फेका है तेरे उस प्यार को
जो दिल में था चूब रहा
भुला देंगे तेरी वो यादे जिनमे
डूबा में खुद रहा
उस दिन को भुला दूंगा
तेरी यादों को जला दूंगा
फर्क पड़ा अगर तेरे जाने का मुझ पर
तो खुद को मिटा दूंगा।
एक सपने के टूटकर चकनाचूर हो जाने के बाद
दूसरा सपना देखने के हौसले का नाम जिंदगी हैं – Gulzar Sahab
एक तरफा प्यार कर हरा हूँ में
तुझे भुला ना सकूँ इतना बेचारा हूँ में
अफ़सोस तो उस वक्त करता हूँ
जिस वक्त में तुम्हे याद किया करता था
छोड़ के सारे कामो को
बस तेरी और सिर्फ तेरी,फरियाद किया करता था।
जब दिल तोडा तूने इस दीवाने का
उस वक्त से जा ……
अब गम न तेरे जाने का
अब फर्क ना फिर तेरे आने का
क्यूंकि
अब जी ना करता तुझे पाने का
दुआओं में सिर्फ तुम्हे माँगा करते थे
मिन्नतें सिर्फ तुझे पाने की किया करते थे
पर अब डर नहीं तुझे खोने का
फर्क पड़ता नहीं तेरा पास होने का या ना होने का।
जिस दिन तू रूठ जाती थी
उस दिन….यादें तेरी सताती थी।
पर अब फर्क नहीं पड़ता मुझ पर
तेरे हँसने और तेरे रोने का
अब डर भी ना रहा मुझे .. संग तेरे ना होने का।
तेरे नकली प्यार की अब क्या तारीफ करूँ
अरे हँस के लुटा देता तुझ पर म अपनी जान
कह कर तो देखा होता ,वादे में पुरे करता सभी
कभी हँस कर कह दिया होता
पर अब पर नहीं पड़ता मुझे तेरे होने या ना होने का
उस वक्त अगर तूने, मेरा प्यार समझ लिया होता।
तुम्हे भी कोई फर्क नहीं पड़ता शायरी [tumhe (unhe) koi fark nahi padta shayari]
तुझे कितना भी चाहूँ और कितना भी प्यार करलूँ
तुझे फर्क नहीं पड़ता ……. अरे
फर्क तब पड़ता जब तू किसी एक की होकर रहती।
तेरी हर चीज अब बयाँ करती है की तुझे गम नहीं है मेरे होने या ना होने का।
तकलीफ़ ख़ुद की कम हो गयी,
जब अपनों से उम्मीद कम हो गईं – Gulzar Sahab
कितने भी गम हो अब वो बताने नहीं आती
दर्द भरे के जख्मो को दिखाने नहीं आती
ना समझ रूठी है अब तो बुलाने भी नहीं आती
क्या कोई फर्क नहीं पड़ता तुम्हे अब तो
जो तुम समझने भी नहीं आती।
तेरी नाराज़गी भी हमें दर्द दे जाती है पर तुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।
कैसे करें हम ख़ुद को
तेरे प्यार के काबिल,
जब हम बदलते हैं,
तो तुम शर्ते बदल देते हो – Gulzar Sahab
बेइंतेहा प्यार में करूँ ,तेरी परवाह में कर और तुम्हे कोई फर्क नहीं पड़ता।
अगर तुम्हे फर्क नहीं पड़ता तो सुन “तेरी बेरुखी में भी जी लेंगे,ग़मों भरे ज़ाम को भी पिलेंगे”
बोहोत दर्द भरा है इसके सीने में
लगता है लड़की का चक्कर है इसके पीने में
पर तुझे इससे क्या …….
तुझे कोई फर्क नहीं पड़ता इसके जीने में
मैं वो क्यों बनु जो तुम्हें चाहिए
तुम्हें वो कबूल क्यों नहीं
जो मैं हूं – Gulzar Sahab
उन्हें अब कोई फर्क नहीं पड़ता [ab ghanta fark nahi padta shayari]
तेरे sms का इंतजार भी मिनटों से ले घंटो तक किया करते थे पर अब तेरे call से भी कोई फर्क नहीं पड़ता।
यूँ तो रब मान बैठे थे तुम्हे पर अब तो तेरे प्यार से भी कोई फर्क नहीं पड़ता।
रूठों तुम्हे हँस के मनालेंगे
गाली को भी तेरी सीने से लगा लेंगे
मान भी जाओ अब करीब आओ अब
नहीं इंतजार की तपिस में खुद को मिटा लेंगे।
जा जब टूटे दिल का गम नहीं
तो रूठे प्यार की परवाह क्या।
कभी तो तेरे हँसने की भी फरियाद किया करते थे
पर अब तो तेरे मर जाने का गम भी नहीं।
अब घंटा फर्क नहीं पड़ता तेरी उस चाहत का जो तारीख की तरहा बदलती रहती।
गमो की शाम है पी लेने दो
दर्द भरी रात में जी लेने दो
उसे घंटा फर्क नहीं फर्क नहीं मेरी चाहत का
सितम की रात है मर लेने दो।
last line for koi fark nahi padta shayari for whatsapp status
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